व्यक्ति अपने जन्म के साथ अपने कर्म को लेकर भी पैदा होता है, जिसे सरल भाषा में वह अपना लक्ष्य कहता है । यह लक्ष्य या तो परिवार द्वारा सौंप दिया जाता है या स्वंय की रुचि मुताबिक वह अपने सपने को हकीक़त बनाने की ओर लगा रहता है । हर व्यक्ति के अपने भिन्न भिन्न सपने होते हैं जिसे वह अपने जीवन काल में हासिल करना चाहता है,हालांकि सपने सभी के अलग होते हैं, परन्तु सभी की ख़्वाहिश एक बराबर होती है वह है अपना नाम ऊंचा होते देखना । जिसे पाने के लिए व्यक्ति लगातार मेहनत करता है, परन्तु फिर भी कुछ व्यक्ति सफल नहीं हो पाते । सफल और विफल व्यक्ति में केवल एक ही चीज की कमी मिलती है और वह है व्यक्ति का रवैया । जानते हैं व्यक्ति का रवैया उसके सफलता और असफलता में क्या भूमिका निभाता है ।
रवैया की भूमिका सफलता में
भिन्न व्यक्ति की हर परिस्थितियों को देखने की समझने की ताकत भिन्न होती है । उदाहरण के तौर पर यह वाक्य आपने अवश्य सुना होगा कि एक गिलास में अगर आधा गिलास पानी भरा हो तो एक व्यक्ति उसे यह कहेगा कि यह गिलास आधा खाली है, यह शब्द व्यक्ति के नकारात्मक सोच को दर्शाता है और ठीक इससे उलट वह व्यक्ति जो यह मानता है कि गिलास में आधा पानी भरा है तो वह व्यक्ति की सकारात्मक रवैया दिखता है । सकारात्मक दृष्टिकोण का हमारे जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है, और यह हमेशा मक्खन के परिणाम की ओर ले जाएगा। हालांकि, तथ्य यह है कि सकारात्मक सोच और सकारात्मक दृष्टिकोण सफलता की गारंटी नहीं देते हैं। सकारात्मक सोच और प्रयास के साथ सकारात्मक दृष्टिकोण सफलता की संभावना को बढ़ाते हैं।
स्वयं का रवैया ठीक करने के रणनीति
- प्रतिज्ञान के माध्यम से खुद की कोचिंग:- ये वचन हर दिन कई बार दोहराए जाते हैं और हर दिन आपके अवचेतन को सकारात्मक सोच के साथ पुनः निर्देशित करने में मदद करते हैं। एक प्रति-ज्ञान शक्ति, विश्वास और विश्वास से युक्त शब्दों से बना है आप अपने अवचेतन को सकारात्मक प्रतिक्रिया भेजते हैं, जो आप जो भी कहते हैं उसे स्वीकार करते हैं।जब इसे ठीक से किया जाए, तो यह सकारात्मक भावनाओं को प्रभावित करता है, जो बदले में, ड्राइव करते हैं।
- अपने मकसद की खोज के माध्यम से स्व-प्रेरणा:- जैसे कि लेख में लिखा गया है हर व्यक्ति अपने जीवन मे एक लक्ष्य लेकर चलता है । जिसे पाने के लिए व्यक्ति कड़ी मेहनत करता है । व्यक्ति को अपने जीवन लक्ष्य से स्वयं को प्रेरित रखना चाहिए । यह आपको जीवन मे उमंग, सकारात्मक ऊर्जा देगा ।
- दृश्य की शक्ति:- चोटी के प्रदर्शन के मनोविज्ञान के अध्ययन में पाया गया है कि अधिकांश महान एथलीट, सर्जन, इंजीनियर और कलाकार अपने कौशल को बढ़ाने और ध्यान केंद्रित करने के लिए या तो सचेत या अवचेतन रूप से प्रति ज्ञान और विज़ुअलाइज़ेशन का उपयोग करते हैं। नेल्सन मंडेला ने बड़े पैमाने पर लिखा है कि कैसे दृश्यता ने उन्हें 27 साल तक जेल में रहने के दौरान सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने में मदद की। “मैंने उस दिन के बारे में लगातार सोचा जब मैं मुफ़्त में चलूँगा। मैंने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि मैं क्या करना चाहता हूं, इसके बारे में मैंने कल्पना की थी। दृष्टिकोण में सुधार के लिए विज़ुअलाइज़ेशन अच्छी तरह से काम करता है।
- शब्द ‘वाह’ की शक्ति:- ब्रह्मांड को एक बार जारी होने के बाद, हमारे शब्दों को वापस नहीं लिया जा सकता।वाह की अवधारणा को जानने के लिए हमारे शब्दों को देखेंहम जो कुछ बोलते हैं, वह दर्शाता है कि जो कुछ हमारे दिलों में पहले से है, उसका आधार उन सब बातों पर है जिन पर हम अपने बारे में विश्वास करने आए हैं।यदि हम अपने को अपनी परिस्थितियों के बारे में या अपने आस-पास के लोगों के बारे में आलोचनात्मक और अपमान जनक बातें पाते हैं तो हमें पता होगा कि हमारे हृदय की स्थिति में परिवर्तन होना चाहिए।आप सफलता के लिए एक सीधा रास्ता बना सकते हैं जो आप कहते हैं।
- उत्साह: प्रेरित रहने के लिए महत्वपूर्ण उपकरण:- उत्साह रवैया है कि जीवन के लिए श्वास क्या है उत्साह से आप अपने उपहारों को अधिक प्रभावी ढंग से लागू कर सकते हैं प्रतिबद्धता, संकल्प और भावना व्यक्त करने की ज्वलंत इच्छा यही होती है।उत्साह का अर्थ है खुद को गति में डालना।यह एक आंतरिक भावना है जो आपके कार्यों के माध्यम से आपकी प्रतिबद्धता और आपके विश्वास से बोलते है कि आप क्या कर रहे हैं।यह आपके पास सबसे सशक्त और आकर्षक विशेषताओं में से एक है।
अगर आप अपने जीवन के प्रति नकारात्मक भावना रखते हैं, तो यह काफी गलत सोच है, इसे तुरंत बदल दें । अगर अपने रवैया को बदलने में आपको कुछ तकलीफ़ हो रही है तो आप लाइफ कोच Kaldan Doma जी से भी सम्पर्क कर सकते हैं ।
Leave a Reply